ऐसे उद्योगपतियों और मेंटर्स, जो अपनी स्वयं की कंपनियों के स्वामी हैं और उन्हें चलाते हैं या जिन्होंने प्रबंधन पदों पर कार्य किया है, अंगीकार किए गए अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति उद्यमियों के लिए मेंटर्स के रूप में नामांकित किया जाएगा। मेंटर्स,उनसे सीखने के लिए मेंटीज की सहायता करते हुए, सफलता और विफलता, जिसका सामना उन्होंने किया है, अपने स्वयं के अनुभव साझा कर सकते हैं। ये मेंटर्स मौजूदा उद्यमियों और उद्यम आरंभ करने वालों के लिए व्यवसाय की स्थिति और दिशा का विषयपरक मूल्यांकन करेंगे, जिनमें यह जा रहा है।
जो उद्यमी वर्तमान में, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों/केंद्रीय मंत्रालयों या बड़े निजी उद्योगों को सामान और सेवाओं के आपूर्तिकर्ता हैं और जिनका टर्नओवर एक निश्चित सीमा से अधिक है, उन्हें उनका व्यवसाय मॉडल, बाजार रणनीति और लक्षित ग्राहक खंड को सुदृढ़ बनाने की दृष्टि से गहन मार्गदर्शन और क्षमता निर्माण सहायता प्रदान की जाएगी।
अपने लक्ष्य प्राप्त करने में अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति उद्यमों के हैंड होल्डिंग के लिए, विशिष्ट उद्योग संघों और अन्य राज्य सरकार के संगठनों से सहायता को सहारा दिया जाएगा। उद्योग संघ और संगठन, नियमित अंतरालों पर उद्योग अग्रणियों के साथ मेंटरिंग सत्र आयोजित करने में सहायता कर सकते हैं।
मेंटरिंग और हैंड होल्डिंग, किसी उद्यम की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। मेंटर्स, उनकी उद्यमिता यात्रा में उद्यमियों को अत्यधिक आवश्यक मार्गदर्शन और हैंड होल्डिंग उपलब्ध कराते हैं।
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति हब में मेंटरिंग कार्यक्रम का उद्देश्य, ऐसे अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति उद्यमियों का सशक्तीकरण है जो अपनी व्यवसाय संभाव्यता प्राप्त करने के लिए एक के साथ एक के परामर्श के जरिए निपुण उद्यमियों, अत्यधिक अनुभवी अधिकारियों और व्यवसायविदों से सीखने और उनके द्वारा मार्गदर्शित किए जाने के लिए व्यवसाय के अपने आरंभिक चरण में हैं।